तेरी मर्ज़ी का मै हूँ गुलाम
मेरे अलबेले राम मेरे अलबेले राम
तेरी रज़ा मैंने करली रजा
अब दे दो सजा या इनाम
मेरे अलबेले राम….
भक्ति में ही डूबा रहू आठोयाम
अब दे दो यही वरदान
मेरे अलबेले राम….
तेरी मर्ज़ी का मै हूँ गुलाम लिरिक्स
Teri Marji Ka Me Hu Gulam Lyrics