
भक्त इन पंक्तियां को स्तुति श्री हिंगलाज माता और श्री विंध्येश्वरी माता की आरती के रूप मे प्रयोग करते हैं:
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
पान सुपारी ध्वजा नारियल ।
ले तेरी भेंट चढ़ायो माँ ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
सुवा चोली तेरी अंग विराजे ।
केसर तिलक लगाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
नंगे पग मां अकबर आया ।
सोने का छत्र चडाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
ऊंचे पर्वत बनयो देवालाया ।
निचे शहर बसाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
सत्युग, द्वापर, त्रेता मध्ये ।
कालियुग राज सवाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
धूप दीप नैवैध्य आर्ती ।
मोहन भोग लगाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
ध्यानू भगत मैया तेरे गुन गाया ।
मनवंचित फल पाया ॥
सुन मेरी देवी पर्वतवासनी ।
कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥
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नवरात्रि 2023 की तारीखें Navratri 2023 Dates | ||
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दिन | तिथि | नवरात्रि में देवी के नाम |
15 अक्टूबर | प्रतिपदा | घटस्थापना, माता शैलपुत्री पूजा, अग्रसेन जयंती |
16 अक्टूबर | द्वितीया | माता ब्रह्मचारिणी पूजा |
17 अक्टूबर | तृतीया | माता चंद्रघंटा पूजा, सिन्दूर तृतीया |
18 अक्टूबर | चतुर्थी | माता कुष्मांडा पूजा |
19 अक्टूबर | पंचमी | माता स्कंद माता पूजा, ललिता पञ्चमी |
20 अक्टूबर | षष्ठी | माता कात्यायनी पूजा, दुर्गा पूजा |
21 अक्टूबर | सप्तमी | माता कालरात्रि पूजा, सरस्वती पूजा, नवपत्रिका पूजा, कलाबोऊ पूजा |
22 अक्टूबर | अष्टमी | महा गौरी पूजा, दुर्गा अष्टमी, कुमारी पूजा, सन्धि पूजा |
23 अक्टूबर | नवमी | माता सिद्धिदात्री पूजा, दुर्गा बलिदान, नवमी हवन |
24 अक्टूबर | दशमी | विजयदशमी, दुर्गा विसर्जन, सिंदूर खेला, नवरात्रि व्रत समाप्त। |
Sun Meri Devi Parvat Vasani in English
Used as Stuti Shri Hinglaj Mata and Shri Vindhyeshwari Mata Aati: Sun Meri Devi Parvat Vasini। Koi Tera Paar Na Paya…
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सुन मेरी देवी पर्वतवासनी – तृप्ति शाक्य