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- भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला – अर्थसहित
- श्री राम आरती – श्रीरामचन्द्र कृपालु भज मन – अर्थ सहित
- रघुपति राघव राजाराम – श्री राम धुन
- श्री राम, जय राम, जय जय राम – मंत्र 108
- श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
- राम नाम के हीरे मोती – कृष्ण नाम के हीरे मोती
- सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को
- हे राम, हे राम, जग में सांचो तेरो नाम
- शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं – अर्थ सहित
- ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैंजनियां
- भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला
- राम नाम अति मीठा है, कोई गा के देख ले
- सुख के सब साथी, दुःख में ना कोई
- जय जय सुरनायक, जन सुखदायक – अर्थसहित
- कभी कभी भगवान को भी
- राम नाम के हीरे मोती – 2
- सीताराम सीताराम सीताराम कहिये
- राम रक्षा स्तोत्र – अर्थ सहित
- राम रक्षा स्तोत्र
- हम राम जी के, रामजी हमारे हैं
- तेरा राम जी करेंगे बेडा पार
- गणपति आज पधारो, श्री रामजी की धुन में
- जिस भजन में राम का नाम ना हो
- दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया
- मंगल भवन अमंगल हारी (गीत गाता चल)
- रामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया
- रामयण आरती – आरती श्रीरामायणजी की
- राम भक्त ले चला रे, राम की निशानी
- हे रोम रोम में बसने वाले राम
- दर्शन दे दो प्यारे हो, अवध के राज दुलारे
- कभी राम बनके, कभी श्याम बनके
- जिसकी लागी रे लगन भगवान में
- तेरे मन में राम, तन में राम
- पार ना लगोगे श्री राम के बिना
- जिनके मन में बसे श्री राम जी
- ऐसें मेरे मन में विराजिये
- हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता
- प्रेम मुदित मन से कहो, राम राम राम
- भजमन राम चरण सुखदाई
- राम का सुमिरन किया करो
- राम नाम सुखदाई, भजन करो भाई
- राम रमैया गाए जा
- तन के तम्बूरे में
- ऐसे हैं मेरे राम, ऐसे हैं मेरे राम
- तू राम भजन कर प्राणी
- श्री राम चालीसा – श्री रघुवीर भक्त हितकारी
- भजो रे मन, राम नाम सुखदाई
- बोले बोले हनुमान बोलो भक्तो सिया राम